अनुसंधान और विकास विभाग, गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (GIMS) ने 18 जनवरी 2025 को पतंजलि हॉल में “हेल्थ केयर इनोवेशन: अनलीशिंग मेडिकल डिवाइस एंड इन-विट्रो डायग्नोस्टिक्स (IVD) रेगुलेशन इन इंडिया” पर एक अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया। यह व्याख्यान आईसीएमआर मुख्यालय के सलाहकार डॉ. रूपक कुमार द्वारा दिया गया।
अनुसंधान और विकास विभाग के प्रमुख, डॉ. विवेक गुप्ता ने वक्ता का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस ज्ञानवर्धक व्याख्यान में चिकित्सा नवाचारों और उनके अनुमोदन की नियामक प्रक्रियाओं पर प्रकाश डाला गया। चर्चा के विषयों में मेडिकल डिवाइस और इन-विट्रो डायग्नोस्टिक्स किट, भारत के सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) से अनुमोदन प्राप्त करने की प्रक्रिया, मेडिकल डिवाइस रूल्स, 2017, उपकरणों की श्रेणियां और उनके अनुमोदन और लाइसेंसिंग की प्रक्रियाएं शामिल थीं।
सभी डीन, विभागाध्यक्ष (HODs), फैकल्टी, रेजिडेंट्स और वैज्ञानिकों ने इस सत्र में भाग लिया। सत्र का समापन उनके साथ एक संवादात्मक चर्चा के साथ हुआ, जिससे विचारों का समृद्ध आदान-प्रदान हुआ।
ब्रिगेडियर डॉ. राकेश गुप्ता, जीआईएमएस के निदेशक, ने समापन टिप्पणी दी और चिकित्सा स्वास्थ्य देखभाल में नवाचार के महत्व को रेखांकित किया।
अपनी यात्रा के दौरान, डॉ. रूपक कुमार ने जीआईएमएस की अनुसंधान और विकास सुविधाओं का भी दौरा किया और अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने में संस्थान के प्रयासों की सराहना की।