यूपीआईटीएस 2025 की सफलता ‘दूरदर्शी ‘डबल इंजन’ सरकार के काम का सीधा प्रतिबिंब है’: पीयूष गोयल, केंद्रीय मंत्री
यूपीआईटीएस 2025 के पाँचवें दिन ने रिकॉर्ड तोड़ फुटफॉल दर्ज किया
अगले संस्करण की दिशा तय करते हुए सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ यूपीआईटीएस 2025
ग्रेटर नोएडा, 29 सितंबर, 2025 – उत्तर प्रदेश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार शो (UPITS 2025) आज एक उच्च सफल नोट पर संपन्न हुआ, जिसने राष्ट्रीय व्यापार कैलेंडर में एक मील के पत्थर के रूप में अपनी जगह मजबूत कर ली है । पाँच दिवसीय यह शो इंडिया एक्सपो सेंटर में एक प्रभावशाली समापन सत्र के साथ संपन्न हुआ, जिसकी अध्यक्षता मुख्य अतिथि के रूप में माननीय केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने की । 2,250 से अधिक प्रदर्शकों की उपस्थिति और 5,07,099 से अधिक आगंतुकों की संख्या—जिसमें 1,40,000 से अधिक व्यावसायिक आगंतुक और 3,66,364 आम आगंतुक शामिल थे जिसे देखते हुअ श्री गोयल ने इस संस्करण की “ऐतिहासिक” सफलता की बधाई दी और कहा कि ट्रेड शो की यह सफलता दूरदर्शी ‘डबल इंजन’ सरकार के काम का सीधा प्रतिबिंब है” ।
माननीय केंद्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल ने व्यापार शो के सफल आयोजन की सराहना करते हुए, मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश सरकार की युवा कौशल विकास पर केंद्रित प्रयासों की प्रशंसा की । उन्होंने कहा कि इन प्रयासों ने राज्य में निवेश करने वाले उद्योगों के लिए कुशल और प्रतिभाशाली कार्यबल का एक मजबूत पूल तैयार किया है । उन्होंने आगे कहा कि इस सक्रिय दृष्टिकोण ने बाहरी प्रवासन (outward migration) को काफी हद तक कम कर दिया है, जिससे कंपनियों को कुशल संचालन के लिए एक तैयार कार्यबल तक पहुँचने, व्यापार विस्तार को सुविधाजनक बनाने और उत्तर प्रदेश को एक निवेशक-अनुकूल गंतव्य के रूप में सुदृढ़ करने की सुविधा मिली है । केंद्रीय मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री ने ‘ज़ीरो डिफेक्ट, ज़ीरो इफ़ेक्ट’ का दृष्टिकोण दिया था, और उच्च स्थायी गुणवत्ता वाले उत्पादों का निर्माण देश और दुनिया की आवश्यकता है । उन्होंने आशा व्यक्त की कि उच्च-गुणवत्ता, ज़ीरो-डिफ़ेक्ट उत्पादन और टिकाऊ विनिर्माण प्रथाओं वाले युवा, नवप्रवर्तक और स्टार्टअप भारत को विश्व पहचान दिलाएंगे । उन्होंने यह भी कहा कि देश और विदेश में ‘मेड इन इंडिया’ उत्पादों का निर्माण और बिक्री आयात को कम करेगी, MSMEs को बढ़ावा देगी, वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) योजना को विकसित करने में मदद करेगी और भारत को एक तकनीकी रूप से विकसित राष्ट्र की ओर ले जाएगी ।
मंत्री ने प्रतिभागियों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह करते हुए अपना मुख्य भाषण समाप्त किया कि इस शो में बने कनेक्शन एक कार्यक्रम से एक दीर्घकालिक आर्थिक ‘आंदोलन’ में परिवर्तित होने चाहिए। यह सुनिश्चित होना चाहिए कि हर मुलाकात और प्रदर्शन ठोस अनुबंधों में बदला जाए ।
समापन सत्र में राज्य मंत्रिमंडल के उच्च-प्रोफ़ाइल मंत्री शामिल थे जिन्होंने निरंतर औद्योगिक विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ किया । MSME, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री राकेश सचान ने विशेष रूप से MSME क्षेत्र और खादी जैसे पारंपरिक शिल्पों के पुनरुद्धार की वकालत की । उन्होंने इन उद्योगों को समावेशी राज्यव्यापी विकास के लिए महत्वपूर्ण माना । औद्योगिक विकास एवं निर्यात प्रोत्साहन मंत्री, श्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने राज्य की नीतियों के आधार पर कहा कि इन नीतियों ने यूपी को वैश्विक निवेश और व्यापार के लिए एक प्रतिस्पर्धी और विश्वसनीय गंतव्य के रूप में सफलतापूर्वक स्थापित किया है ।
अपर मुख्य सचिव, MSME और IDC, श्री आलोक कुमार, आईएएस द्वारा “UPITS – 2025” पर विस्तृत जानकारी दी, जिसमें शो की उपलब्धियों का सार बताया, जो इस प्रकार है-
इस अद्वितीय आयोजन में 2,228 प्रदर्शक, 85 देशों से आए 525 अंतर्राष्ट्रीय खरीदार, 1,40,735 घरेलू बी2बी खरीदार और 3,66,364 बी2सी विज़िटर शामिल हुए। 1,10,000 वर्ग मीटर का पूरा प्रदर्शनी क्षेत्र बुक हुआ और अतिरिक्त स्थान की भी व्यवस्था की गई।
UPITS 2025 में रूस पार्टनर कंट्री रहा, जिससे आयोजन को विशेष महत्व मिला। 26 सितम्बर को आयोजित इंडिया–रूस बिज़नेस डायलॉग में 111 बी2बी मीटिंग्स हुईं, जिनमें 30 रूसी कंपनियों ने मैन्युफैक्चरिंग, ऊर्जा, अवसंरचना, FMCG, आईटी और डिजिटल सॉल्यूशंस, फार्मा, फूड प्रोसेसिंग, पर्यटन और पशुपालन क्षेत्रों में 90+ भारतीय एमएसएमई व निर्यातकों से मुलाकात की।
इंडो–रशियन बिज़नेस राउंडटेबल में 50 से अधिक गणमान्य व्यक्ति और उद्योग जगत के नेता शामिल हुए। चर्चाओं में डिफेंस व एयरोस्पेस, वित्तीय सेवाएं, आईटी व इलेक्ट्रॉनिक्स, एमएसएमई व्यापार और शिक्षा जैसे क्षेत्र प्रमुख रहे।
आयोजन में 17 नॉलेज सेशंस आयोजित हुए, जिनमें नीति-निर्माता, उद्योग जगत के नेता, वैश्विक खरीदार और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि शामिल हुए। विषयों में विकसित यूपी 2047, 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में स्टार्ट-अप्स की भूमिका और एमएसएमई के लिए ई-कॉमर्स की क्षमता शामिल रहे।
यह कॉन्क्लेव युवाओं को नवाचारी बिज़नेस आइडिया प्रस्तुत करने का मंच बना। इसमें 113 स्टॉल लगे, जिनमें 49 फ्रैंचाइज़ ब्रांड, 64 मशीनरी सप्लायर और 26 बिज़नेस ऑन व्हील्स शामिल रहे।
7,500 से अधिक रजिस्ट्रेशन, 8,300 बिज़नेस इंक्वायरी और 2,000 से अधिक छात्रों की सक्रिय भागीदारी दर्ज की गई।
UPITS के तीसरे संस्करण में लगभग ₹11,200 करोड़ की व्यावसायिक पूछताछ दर्ज हुई।
आयोजन में सरकार, उद्योग, शिक्षा जगत और वैश्विक संस्थानों के बीच 2,400 से अधिक एमओयू पर हस्ताक्षर हुए, जिनकी कुल राशि ₹1,882 करोड़ रही।
इंडिया एक्सपो मार्ट (IEML) के चेयरमैन और सह-आयोजक, श्री राकेश कुमार ने सामूहिक प्रयास की सराहना की और प्रदर्शकों को इवेंट की “वास्तविक शक्ति” बताया । उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडलों सहित सभी प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया और उल्लेख किया कि UPITS ने सफलतापूर्वक ऐसी साझेदारियों को बढ़ावा दिया है जो आने वाले वर्षों तक आजीविका को बढ़ावा देंगी ।
अंतिम दिन चीनी और गन्ना विभाग द्वारा “सतत विकास हमारा प्रयास” पर एक महत्वपूर्ण ज्ञान सत्र भी आयोजित किया गया । इसके साथ ही, रोबोटिक्स/एआई प्रतियोगिता और बैटल ऑफ़ बैंड्स जैसी उच्च-ऊर्जा युवा गतिविधियाँ भी आयोजित की गईं, जो नवाचार और स्थिरता दोनों में गहरे निवेश वाले भविष्य का संकेत देती हैं ।