गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में ‘दिग्विजय दिवस’ का भव्य आयोजन
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में ‘दिग्विजय दिवस’ बड़े उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया। इस समारोह के संरक्षक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राणा प्रताप सिंह रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में विवेकानंद केंद्र, उत्तर क्षेत्र के उपप्रमुख डॉ. निखिल यादव, अनु्वाद सॉल्यूशंस की संस्थापक निदेशक डॉ. अनन्या अवस्थी और सुप्रसिद्ध कवि श्री गजेन्द्र सोलंकी ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इस अवसर पर सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष और विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित संकाय सदस्य भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन, सरस्वती वंदना और अतिथियों का पौधा भेंट कर स्वागत करने से हुआ। उद्घाटन सत्र में छात्र कल्याण डीन डॉ. मनमोहन सिंह सिसोदिया ने ‘दिग्विजय दिवस’ के महत्व को साझा किया।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति प्रो. राणा प्रताप सिंह ने कहा—“दिग्विजय दिवस केवल एक स्मृति दिवस नहीं है, बल्कि यह युवाओं को जागृत कर उन्हें राष्ट्र सेवा के प्रति समर्पित करने का अवसर है। आज की पीढ़ी ही हमारे भविष्य के निर्माता हैं। शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञानार्जन तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि यह समाज और राष्ट्र की सेवा का माध्यम भी बने। हमें स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरणा लेकर सत्य, परिश्रम और सेवा के पथ पर अग्रसर होना चाहिए।”
विशिष्ट अतिथियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। डॉ. निखिल यादव ने विवेकानंद के जीवन आदर्शों को अपनाने का आह्वान करते हुए युवाओं से निडर और आत्मनिर्भर बनने का संदेश दिया। डॉ. अनन्या अवस्थी ने भाषा और संवाद को सफलता की कुंजी बताया। वहीं, कवि गजेन्द्र सोलंकी ने अपनी ओजस्वी कविताओं से उपस्थित जनों में देशभक्ति और सांस्कृतिक चेतना का संचार किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. मंजरी और डॉ. विभारी ने किया। मंच समन्वय में डॉ. बिपाशा, डॉ. रेनु और डॉ. प्रियंका ने सहयोग किया। अंत में डॉ. ममता शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। आयोजन ने छात्रों और शिक्षकों के बीच नई ऊर्जा, उत्साह और राष्ट्र निर्माण के प्रति संकल्प को प्रबल किया।
