*”त्रिशताब्दी स्मृति संगोष्ठी में जेवर विधायक श्री धीरेन्द्र सिंह ने रानी अहिल्याबाई होलकर को दी भावभीनी श्रद्धांजलि, देशसेवा में उनके योगदान को बताया प्रेरणास्रोत”*
आज दिनांक 24 मई 2025 को जेवर विधानसभा के ग्राम तिरथली में पुण्यश्लोक रानी अहिल्याबाई होलकर जी की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित त्रिशताब्दी स्मृति संगोष्ठी में जेवर विधायक श्री धीरेन्द्र सिंह ने रानी अहिल्याबाई के जीवन, कार्यों और उनके अतुलनीय योगदान को याद करते हुए कहा कि *”रानी अहिल्याबाई न केवल एक न्यायप्रिय शासिका थीं, बल्कि वे भारतीय संस्कृति, धर्म और लोककल्याण की जीवंत प्रतीक थीं। उनका जीवन सभी देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।”*
जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह ने रानी अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि *”रानी अहिल्याबाई होलकर जी ने देशभर के प्रमुख तीर्थ स्थलों का पुनर्निर्माण कराया, जिनमें काशी विश्वनाथ मंदिर, सोमनाथ मंदिर, गंगा घाट, और कई अन्य ऐतिहासिक स्थल शामिल हैं। साथ ही प्रशासन में पारदर्शिता और धर्मनिरपेक्षता को बढ़ावा दिया। उनका शासनकाल महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता और सम्मान का प्रतीक बना।”*
जेवर विधायक श्री धीरेन्द्र सिंह ने आगे कहा *”आज के इस युग में, जब हम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में ‘नया भारत’ गढ़ने की दिशा में अग्रसर हैं, इसलिए रानी अहिल्याबाई होलकर जैसे महापुरुषों के आदर्शों से प्रेरणा लेना अति आवश्यक है।”*
अंत में जेवर विधायक श्री धीरेन्द्र सिंह ने सभी से आह्वान किया कि *”हम सभी को रानी अहिल्याबाई की तरह समाज सेवा और राष्ट्रहित में कार्य करने का संकल्प लेना चाहिए।”*
*”ग्राम तिरथली से नगला हांडा मार्ग अब रानी अहिल्याबाई होलकर के नाम से जाना जाएगा, जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने किया शुभारंभ”*
जेवर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम तिरथली से नगला हांडा तक बनने वाले मार्ग का नाम पुण्यश्लोक रानी अहिल्याबाई होलकर जी के नाम पर समर्पित किया गया। इस मार्ग का शुभारंभ जेवर विधायक श्री धीरेन्द्र सिंह द्वारा कराया गया। लगभग 14 लाख रुपए की लागत से बनने वाला यह मार्ग ग्रामीणों के लिए न केवल आवागमन को सुगम बनाएगा, बल्कि यह महान राष्ट्रसेविका रानी अहिल्याबाई होलकर की स्मृति को भी चिरस्थायी बनाएगा।
मार्ग के शुभारंभ के मौके पर जेवर विधायक श्री धीरेन्द्र सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा *”रानी अहिल्याबाई होलकर भारतीय इतिहास की ऐसी विरल शख्सियत थीं, जिन्होंने अपने शासनकाल में धर्म, संस्कृति और लोककल्याण की मिसाल कायम की। उनके नाम से इस मार्ग का नामकरण कर हम नई पीढ़ी को उनके आदर्शों से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।”*
ग्राम तिरथली व नगला हांडा के लोगों को लंबे समय इस मार्ग की आवश्यकता थी। यह मार्ग अब रानी अहिल्याबाई होलकर जी की स्मृति में एक विकास पथ बनकर उभरेगा।