UPITS 2025 का चौथा दिन: कौशल विकास, खादी और युवा उद्यमिता केंद्र में रहे
UPITS 2025 पुरस्कार समारोह में उत्कृष्ट प्रदर्शकों को दिया गया सम्मान
UPITS 2025 का चौथा दिन दर्शकों की अभूतपूर्व भागीदारी और युवाओं की सक्रियता का गवाह बना
ग्रेटर नोएडा, 28 सितम्बर 2025 – यूपीआईटीएस 2025 के चौथे दिन कुल 1,34,938 दर्शक पहुंचे, जिनमें 36,307 बी2बी और 98,631 बी2सी विज़िटर्स शामिल थे। इस तरह पहले चार दिनों में कुल 4,00,467 लोगों ने इस मेले का दौरा किया। इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS 2025) के इस चौथे दिन का फोकस रोजगार सृजन, कौशल विकास और स्वदेशी वस्त्रों के संवर्द्धन पर रहा। दिनभर ज्ञानवर्धक सत्र, पुरस्कार समारोह, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और छात्रों की सक्रिय भागीदारी ने इस मंच को नवाचार, परंपरा और युवा सशक्तिकरण का वैश्विक केंद्र बना दिया।
दिन की शुरुआत हुई माननीय श्री राकेश सचान, कैबिनेट मंत्री, एमएसएमई, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम, हथकरघा व वस्त्र, उत्तर प्रदेश सरकार के विशेष संबोधन से। उन्होंने कहा, “खादी सिर्फ कपड़ा नहीं, बल्कि हमारे राष्ट्र का गौरव और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। आज, माननीय प्रधानमंत्री और माननीय मुख्यमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में, उत्तर प्रदेश खादी को एक टिकाऊ और फैशनेबल वस्त्र के रूप में दुनिया के सामने पुनर्परिभाषित कर रहा है। यूपीआईटीएस 2025 इसी सोच का प्रतीक है, जहां परंपरा और नवाचार का संगम हो रहा है और हमारे युवा एक नए आर्थिक युग के वाहक बनने की तैयारी कर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) और एमएसएमई नीतियां किस तरह से कारीगरों और उद्यमियों को सशक्त बना रही हैं, जिससे खादी पारंपरिक शिल्प और आधुनिक बाज़ार की मांग के बीच सेतु का काम कर रही है।
इसके साथ ही गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी (GBU) द्वारा “कौशल विकास हेतु उद्योग-शैक्षणिक संस्थानों के बीच साझेदारी” विषय पर एक उच्च-स्तरीय पैनल चर्चा भी हुई। इस दौरान शिक्षा विशेषज्ञों, उद्योग जगत के नेताओं और नीति निर्माताओं ने इस बात पर जोर दिया कि पाठ्यक्रम को बदलते बाज़ार की मांगों के अनुरूप ढालने की जरूरत है। व्यावसायिक प्रशिक्षण, इंटर्नशिप और शोध सहयोग को रोजगारोन्मुख शिक्षा के लिए आवश्यक बताया गया।
दोपहर में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने नई शुरू की गई प्रधानमंत्री विकसित भारत रोज़गार योजना (PM VBRY) पर प्रस्तुति दी। इस योजना के अंतर्गत नियोक्ताओं को भर्ती सब्सिडी और पहली बार नौकरी पाने वाले युवाओं को प्रोत्साहन मिलेगा। विशेष रूप से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर केंद्रित यह योजना रोजगार को औपचारिक बनाने और युवाओं को सामाजिक सुरक्षा कवच प्रदान करने की दिशा में अहम कदम है।
शाम को एक भव्य पुरस्कार समारोह आयोजित हुआ, जिसकी शोभा माननीय श्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, कैबिनेट मंत्री, औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई एवं निवेश प्रोत्साहन, उत्तर प्रदेश सरकार तथा माननीय श्री राकेश सचान की उपस्थिति से बढ़ी। इस समारोह में उन उद्यमियों, निर्यातकों और नवप्रवर्तकों को सम्मानित किया गया जिन्होंने उत्तर प्रदेश की औद्योगिक वृद्धि और वैश्विक निवेश पहचान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
इस बीच, UPITS 2025 का CM YUVA Conclave एक ऐतिहासिक आयोजन के रूप में सामने आया, जिसने उत्तर प्रदेश सरकार के दूरदर्शी नेतृत्व और युवाओं के लिए उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाया। इस आयोजन में कुल 113 आकर्षक स्टॉल लगाए गए, जिनमें 49 चाइज़ ब्रांड, 64 मशीनरी सप्लायर और 26 बिज़नेस ऑन व्हील्स शामिल रहे, जो उद्यमिता के नए अवसरों की लहर का प्रतीक बने। सेमिनार और सत्रों में युवाओं की अभूतपूर्व भागीदारी देखने को मिली, जिसे परिवर्तनकारी CM-YUVA योजना ने प्रेरित किया। यह योजना आज युवाओं के लिए आशा और सशक्तिकरण का प्रतीक बन चुकी है। अब तक 8,300 से अधिक व्यावसायिक पूछताछ दर्ज की गईं, जो इस मंच की सफलता को प्रमाणित करती हैं। इसी तरह ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से 7,500 से अधिक पंजीकरण हुए, जो युवाओं के उत्साह और सरकार की गतिशील पहलों पर उनके गहरे विश्वास को दर्शाते हैं। CM YUVA Conclave ने स्पष्ट कर दिया है कि उत्तर प्रदेश के युवा उद्यमिता, कौशल और नवाचार के क्षेत्र में राज्य और देश की आर्थिक प्रगति के मजबूत वाहक बनकर उभर रहे हैं।
चौथे दिन तक, इस आयोजन को विदेशी खरीदारों और भारतीय विक्रेताओं से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली, जिसके परिणामस्वरूप 1000 से अधिक समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर हुए और लगभग 400 करोड़ रुपये की व्यावसायिक पूछताछ उत्पन्न हुई। फियो के अध्यक्ष श्री एस. सी. रल्हन ने कहा कि पिछले चार दिनों में इस शो ने 1,800 से अधिक बी2बी बैठकों को सफलतापूर्वक संभव बनाया है, जिनमें 500 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय खरीदार और उत्तर प्रदेश के 2,000 से अधिक विक्रेता शामिल हुए। उन्होंने बताया कि यह रफ्तार लगातार बढ़ रही है और अनुमान है कि आयोजन 29 सितम्बर तक 500 करोड़ रुपये से अधिक की व्यावसायिक पूछताछ को पार कर जाएगा।
जैसे-जैसे कारोबारी गतिविधियाँ समाप्त हुईं, इंडिया एक्सपो सेंटर एक सांस्कृतिक मंच में बदल गया। दर्शकों ने लोक और शास्त्रीय प्रस्तुतियों का आनंद लिया, जिनमें ब्रज का ऊर्जावान मयूर नृत्य और बुंदेलखंडी लोक नृत्य विशेष आकर्षण रहे।
इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट के 18 हॉल में कुल 2,158 प्रदर्शकों ने अपने उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन किया। इनमें से, 25 श्रेणियों में 72 प्रदर्शकों और विभागों को उत्तर प्रदेश सरकार के माननीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री, श्री राकेश सचान द्वारा सम्मानित किया गया।
श्री राकेश सचान ने प्रदर्शकों के अनुकरणीय प्रयासों की सराहना की और कहा कि ये पुरस्कार न केवल उत्कृष्ट स्टॉलों को मान्यता देते हैं, बल्कि नवाचार, व्यापार और उद्यमशीलता के केंद्र के रूप में उत्तर प्रदेश की बढ़ती प्रतिष्ठा को भी उजागर करते हैं।
श्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने कहा, “UPITS 2025 ने यह साबित किया है कि उत्तर प्रदेश अब केवल निवेश और व्यापार का गंतव्य नहीं, बल्कि नवाचार और उद्यमिता का भी केंद्र बन चुका है। आज जिन प्रदर्शकों और विभागों को सम्मानित किया गया है, उनका योगदान न केवल उत्तर प्रदेश की औद्योगिक और आर्थिक प्रगति को गति देता है, बल्कि प्रदेश की पहचान को वैश्विक मंच पर और मजबूत करता है। यह पुरस्कार मेहनत, रचनात्मकता और गुणवत्ता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं।”
विभिन्न हॉलों में प्रदर्शन के आधार पर विशिष्ट पहचान दी गई । हॉल 1, 3 और 4 में, UPSIDA, UP INVEST, SWITCH Mobility, GNIDA, YEIDA और VIVO / ITI जैसे प्रमुख संस्थानों को सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, ODOP पवेलियन, UPNEDA, संस्कृति विभाग, और UP पुलिस (जिसे ‘रियल टाइम अट्रैक्शन अवार्ड’ से सम्मानित किया गया) ने भी प्रशंसा बटोरी।
हॉल 5, 6 और 7 में, RAPHE, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग, AKTU, UPEIDA, Tata Power, UPSDM, NTPC, Power Grid, Amrit 2.0, और UP पर्यटन विभाग को उनके बेहतरीन डिस्प्ले के लिए सराहा गया। जल संरक्षण और स्वच्छता के क्षेत्र में राज्य जल स्वच्छता मिशन और राज्य स्वच्छ गंगा मिशन भी सम्मानित हुए, साथ ही DS Group, Dasnac, और नोएडा प्राधिकरण को भी पहचान मिली।
हॉल 8 में, शिक्षा और स्वास्थ्य के प्रमुख खिलाड़ियों जैसे भारतीय स्टेट बैंक (SBI), बैंक ऑफ बड़ौदा, मेदांता, KDSG, शारदा अस्पताल, ERA एजुकेशनल ट्रस्ट, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, और ICAI को सम्मानित किया गया।
हस्तशिल्प और निर्यात से संबंधित हॉलों में भी प्रतिभा को सम्मानित किया गया। हॉल 9 में ज़िघराना (कन्नौज), हैंडीक्राफ्ट टाउन (मुरादाबाद) और श्री बांके बिहारी हैंडीक्राफ्ट्स (मुरादाबाद) को सराहा गया। हॉल 10 में वर्ल्ड वाइड एक्सपोर्ट्स सेंटर (संभल), एमके होम (फिरोजाबाद) और कलरफुल ऑरा (गाजियाबाद) को पुरस्कार मिले। हॉल 11 में भारत इंडस्ट्रियल को-ऑपरेटिव सोसायटी (मऊ), प्यारेलाल हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट (मिर्ज़ापुर), रूप ग्लास हैंडीक्राफ्ट (फिरोजाबाद), नूर आलम हैंडलूम दरी (आगरा), अमरनाथ मिश्रा एंड कंपनी (कन्नौज), UPSRLM, और यूपी वन निगम को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मान्यता मिली।
हॉल 12 में खाद्य प्रसंस्करण और डेयरी क्षेत्र की बड़ी कंपनियों जैसे बागवानी एवं खाद्य प्रसंस्करण / कृषि विभाग, सिंचाई विभाग, अमूल, आनंदा डेयरी, पारस डेयरी, एलानासन्स प्राइवेट लिमिटेड और ग्रोवेल फीड्स प्राइवेट लिमिटेड को भी सम्मानित किया गया। हॉल 14 में आकृति ज्वेल्क्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड (बागपत) और हर्बोकेम इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड (बाराबंकी) को उनके विशिष्ट उत्पादों के लिए मान्यता मिली। औद्योगिक क्षेत्र (हॉल 15 और 18ए) में AK इंडस्ट्रियल फैब्रिक्स (कानपुर), रैल्बो इंजीनियरिंग, टेक मैक हैंडलिंग इक्विपमेंट्स, शिक व्हील्स, इजीमाथ और अन्य कंपनियाँ शामिल रहीं, जबकि परिवहन और ईवी श्रेणी (हॉल 18बी) में RG, ACE, टोयोटा और SAB मोटर्स को सम्मानित किया गया।
प्रदर्शकों के अलावा, UPITS 2025 को सफल बनाने में महत्वपूर्ण सहयोग के लिए विशेष सराहना पुरस्कार भी प्रदान किए गए। ये पुरस्कार UPITS टीम, MSME विभाग के अधिकारियों, गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन, तथा नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरणों के अधिकारियों को दिए गए।
पुरस्कार समारोह ने प्रतिभा, नवाचार और संगठनात्मक उत्कृष्टता को पहचानने की उत्तर प्रदेश सरकार और IEML की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। प्रतिभागियों और आगंतुकों की जबरदस्त प्रतिक्रिया के साथ, UPITS 2025 भारत के व्यापार और निवेश परिदृश्य में एक मील का पत्थर साबित हो रहा है।
शाम का मुख्य आकर्षण रहा प्रसिद्ध गायिका प्रतिभा सिंह बघेल का सूफी और लाइट क्लासिकल संगीत का मनमोहक कार्यक्रम। उनकी प्रस्तुति ने अवध और पूर्वांचल की संगीत परंपराओं की आत्मीयता और गहराई को जीवंत कर दिया।
